निवेश की जानकारी | Nivesh Ki Jankari in Hindi |

हम भारतीय लोग अपनी बचत को सेविंग बैंक या फिर Cash में रखते हैं | सेविंग बैंक में हमारा पैसा बढ़ता नहीं बल्कि अगर इसकी तुलना महंगाई से करें तो यह घटता ही जाता है | आजकल सेविंग बैंक में 3% का ब्याज मिलता है जबकि महंगाई दर 6 से 8 % का होता है | आज इस ब्लॉग पोस्ट में हम निवेश की जानकारी को साझा करेंगे | हम बात करेंगे Nivesh ki jankari Hindi me| यह समझेंगे कि हम किन-किन फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट में हम अपने पैसे को निवेश कर सकते हैं | कहां बचत कर सकते हैं तथा कहां निवेश कर सकते हैं | तो आइए हम निवेश की जानकारी के बात पर करें |

निवेश क्या है

अपने धन‌ को ऐसी जगह लगाना जहां से समय अंतराल के बाद लगाए गए पैसों से ज्यादा रिटर्न प्राप्त होता है| इस प्रक्रिया को निवेश कहते हैं | अर्थात निवेश का मतलब होता है कि हम अपने पैसों को उन Financial Instrument में लगाएं जहां से हमें भविष्य में लाभ की प्राप्ति हो।

हमें निवेश क्यों करना चाहिए

व्यक्ति अपने जीवन यापन करने के लिए कोई ना कोई काम करता है। या तो वह नौकरी करता है या फिर व्यवसाय से अपने परिवार का भरण पोषण करता है ।अपनी विभिन्न जरूरतों को पूरा करता है जैसे घर का किराया, महीने का राशन, बच्चों के स्कूल का फीस, घर का ईएमआई, यातायात के खर्चे इत्यादि। इन सब खर्चों में व्यक्ति कितना उलझ जाता है कि वह कोई बचत नहीं कर पाता है। जब वह रिटायरमेंट की उम्र में पहुंच जाता है तब भी उसे अपने जीवन यापन के लिए उसी तरह दिन रात काम करना पड़ता है, क्योंकि उसने अपने Retirement life के लिए कोई पैसा निवेश नहीं किया था।

अतः हमें नीचे लिखे कारणों के लिए निवेश करना चाहिए।

  1. अपना रिटायरमेंट लाइफ को खुशहाल बनाने के लिए

2. अपने अपने बच्चों के Higher Study के लिए

3. अपने बच्चों के Marriage के लिए

4. विदेश घूमने के लिए

5. कार खरीदने के लिए

6. मकान खरीदने के लिए

निवेश आपको भविष्य के आर्थिक परेशानियों से बचाता है। निवेश करने से आप अपने भविष्य की जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकते हैं ।अगर सही समय पर निवेश करना प्रारंभ कर देंगे तो आप अपने आर्थिक लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। जैसे अपनी कार, बच्चों की अच्छी शिक्षा, अपना मकान, विदेश यात्रा, बच्चों की शादी या फिर रिटायरमेंट के बाद आर्थिक आजादी भरा जीवन।

निवेश कब करना चाहिए

अगर कोई व्यक्ति 25 वर्ष या उससे अधिक निवेश प्रारंभ कर देता है तो यह काफी अच्छा माना जाता है! वारेन बुफेट 11 वर्ष की आयु में कमाना प्रारंभ कर दिया था और उसी पर से निवेश भी प्रारंभ कर दिया था आज भी दुनिया के 5 सबसे अमीर व्यक्ति में गिने जाते हैं। आप अपने निवेश को जितना ज्यादा समय देंगे आपको रिटर्न उतना ही ज्यादा मिलेगा।

निवेश कितने प्रकार के होते हैं

अवधि के अनुसार निवेश तीन प्रकार के होते हैं: Nivesh kitne prakar ke hote hai ?

1.अल्पकालीन निवेश  Short term investment

2.मध्यम कालीन निवेश  Medium term Investment

3.दीर्घकालीन निवेश Long term Investment

अल्पकालीन निवेश

1 वर्ष या उससे कम अवधि के लिए किए जाने वाला निवेश अल्पकालीन निवेश कहलाता है। अल्पकालीन निवेश में हम जोखिम भरा निवेश नहीं कर सकते| इसलिए इस निवेश के लिए हम सुरक्षित निवेश के साधन को चुनाव करते हैं| जहां से हमें कम रिटर्न मिलता है परंतु हमारा मूलधन सुरक्षित रहता है| अब हम बात करते हैं अल्पकालीन हम कहां कहां कर सकते हैं|

शॉर्ट टर्म निवेश कहां करें :- शॉर्ट टर्म निवेश के लिए बैंक में बचत खाता,फिक्स डिपॉजिट, रिकरिंग डिपॉजिट, लिक्विड फंड, अल्ट्रा शॉर्ट टर्म ड्यूरेशन फंड इत्यादि तथा पोस्ट ऑफिस के विभिन्न योजनाओं में से किसी काचुनाव कर सकते हैं|

मध्यम कालिक निवेश

1 वर्ष से 5 वर्ष तक या उससे कम समय के लिए किए जाने वाला निवेश मध्यम कालिक निवेश कहा जाता है| मध्यकालीन निवेश में जोखिम लेने की क्षमता बढ़ जाती है | इसमें हम थोड़ा जोखिम ले सकते हैं | जिससे हमें ज्यादा रिटर्न मिल सकता है | पर ज्यादा जोखिम हम नहीं उठा सकते | तो हम बात करते हैं कि मध्यकालीन निवेश कहां करते हैं |

मध्यम कालिक निवेश कहां करें:–  मध्यम कालिक निवेश हम निम्न फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट पर विचार कर सकते हैं: डेट म्युचुअल फंड,सोना और चांदी, फिक्स डिपाजिट, बॉन्ड, शेयर मार्केट इत्यादि।

दीर्घकालिक निवेश

5 वर्षों से ज्यादा समय के लिए किया गया निवेश दीर्घकालिक निवेश कहा जाता है। इस निवेश आपको ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना रहती है। इसमें व्यक्ति की जोखिम लेने की क्षमता बढ़ जाती है।

दीर्घकालिक निवेश कहां करें :-दीर्घकालिक निवेश निम्नलिखित फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट कर सकते हैं- शेयर मार्केट, इक्विटी म्युचुअल फंड, रियल एस्टेट, पीपीएफ, गोल्ड एंड सिल्वर इत्यादि | हालांकि दीर्घकालिक निवेश के लिए सबसे अच्छा नहीं शेयर मार्केट तथा म्युचुअल फंड को माना माना जाता है|

निवेश के विकल्प क्या है

 यूं तो निवेश करने के लिए आजकल बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं| पर अब प्रश्न यह है कि हम अपना निवेश कहां करें ? इस प्रश्न का उत्तर इस बात पर निर्भर करता है कि हमारे पास पैसा कितना है |समय कितना है । हममें जोखिम लेने की क्षमता कितनी है। तो चलिए इन प्रश्न का उत्तर जानने से पहले हम यह जान लेते कि निवेश करने का कौन-कौन सा विकल्प हमारे पास मौजूद है ।

निवेश करने का दो विकल्प है-

वित्तीय निवेश: वित्तीय निवेश के के अंतर्गत हम अपना निवेश बैंक तथा पोस्ट ऑफिस के योजनाओं मे कर सकते हैं।

गैर वित्तीय निवेश:- शेयर मार्केट म्यूच्यूअल फंड प्रॉपर्टी सोना और चांदी इत्यादि में किया गया निवेश गैर वित्तीय निवेश के अंतर्गत आता है।

बैंकों में निवेश

१. बचत खाता : इसमें कोई भी भारतीय नागरिक, जिसके पास आवासीय प्रमाण पत्र तथा पहचान पत्र मौजूद है, वह अपना बचत खाता बैंक में खोल कर इसमें अपना निवेश प्रारंभ कर सकता है।

२. सावधि जमा योजना(Fixed Deposit): फिक्स डिपाजिट इस योजना के अंतर्गत आप निश्चित समय के लिए अपना पैसा का निवेश कर सकते हैं। बैंक एक निश्चित ब्याज प्रदान करता है जोकि निवेश के अवधि पर निर्भर करता है। परंतु इस प्राप्त ब्याज पर अपने टैक्स स्लैब के‌ अनुसार इनकम टैक्स देना होगा।

३. रिकरिंग डिपॉजिट(Recurring Deposit):  बैंक में आप एक रिकरिंग डिपॉजिट अकाउंट ओपन कर हर महीने एक निश्चित धनराशि निश्चित अवधि के लिए जमा कर सकते हैं। बैंक इस पर एक निश्चित ब्याज प्रदान करता है

४. पीपीएफ( Public Provident Fund):  एक अत्यंत ही लोकप्रिय बचत योजना है। पीपीएफ में रिटर्न की गारंटी, निवेश के वक्त कर मुक्त, ब्याज पर कर मुक्त तथा पैसा वापस लेने वक्त कर मुक्त होने के कारण इसकी लोकप्रियता बढ़ जाती है। आप 80सी के तहत 1 वर्ष में ₹150000 तक निवेश निवेश पर इनकम टैक्स में छूट का लाभ प्राप्त कर सकते।

पोस्ट ऑफिस में निवेश

पोस्ट ऑफिस में भी निवेश करने की कई योजनाएं हैं | जहां पर आप सुरक्षित निवेश कर एक निश्चित ब्याज प्राप्त कर सकते हैं। पोस्ट ऑफिस के विभिन्न निवेश योजनाओं में आप निवेश कर सकते हैं जैसे- पोस्ट ऑफिस बचत खाता, रिकरिंग डिपॉजिट , मासिक आय योजना, टर्म  डिपाजिट(फिक्स्ड डिपॉजिट) योजना, पब्लिक प्रोविडेंट फंड, किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत सर्टिफिकेट, सुकन्या समृद्धि योजना, वरिष्ठ नागरिक योजना इत्यादि।

अन्य सरकारी योजनाओं में निवेश

 भारत सरकार की कुछ अन्य लोकप्रिय योजनाएं हैं |जहां आप निवेश कर सकते हैं | जैसेअटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जन राष्ट्रीय पेंशन योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना, सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम, आरबीआई का सॉवरेन गोल्ड बांड इत्यादि |

म्यूचुअल फंड में निवेश

आकर्षक रिटर्न प्राप्त करने का सबसे अच्छा निवेश Mutual Fund का निवेश माना जाता है। अगर आप अपने निवेश को 3 साल या उससे अधिक समय दे सकते हैं तो म्यूच्यूअल फंड में निवेश कर अधिक रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।  जोखिम लेने की क्षमता तथा भविष्य के वित्तीय लक्ष्य को ध्यान में रखकर उचित म्यूच्यूअल फंड का चुनाव कर, अपना धन को म्यूचुअल फंड में निवेश कर के ज्यादा रिटर्न कमा सकते हैं। सही मैचुअल फंड का चुनाव करने के लिए आप म्यूच्यूअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर की सहायता ले सकते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए केवाईसी ( KYC) कराना जरूरी होता है। म्यूच्यूअल फंड सभी तरह के निवेशकों के लिए उपयुक्त होता है । म्यूच्यूअल फंड सही है।

मुख्यतः म्यूच्यूअल फंड दो प्रकार के होते हैं डेट म्युचुअल फंड (Debt Mutual Fund)तथा इक्विटी म्युचुअल फंड(Equity Mutual Fund)।

शेयर मार्केट में निवेश

शेयर मार्केट में आप निवेश कर उच्च रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं। चु़ंकी शेयर मार्केट ज्यादा रिटर्न देता है |इसलिए यहां पर जोखिम भी ज्यादा होता है। अतः जिन्हें जोखिम लेने की क्षमता ज्यादा होती है। वे ही शेयर मार्केट के रिटर्न का फायदा उठा सकते हैं। शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए शेयर मार्केट की अच्छी जानकारी तथा इसमें समय देना जरूरी होता है। शेयर मार्केट में निवेश करने के लिए एक डीमैट अकाउंट की आवश्यकता होती है।

 प्रॉपर्टी में निवेश

प्रॉपर्टी में  वाला निवेश एक सुरक्षित निवेश माना जाता है | परंतु प्रॉपर्टी में निवेश करने के लिए एक साथ बहुत सारे पैसे की जरूरत होती है | साथ ही साथ प्रॉपर्टी में लिक्विडिटी नहीं होता है | अर्थात जब चाहे तब अपनी प्रॉपर्टी को बेच नहीं सकते है | और फिर प्रॉपर्टी को संभालना भी मुश्किल होता है |

आशा करते हैं ब्लॉग पोस्ट आपको निवेश की जानकारी मिली होंगी| आगे के पोस्ट में निवेश से संबंधित और भी जानकारी देने की कोशिश करूंगा | जिसमें यह बताने की कोशिश करूंगा कि आपको अपने उम्र के हिसाब से कहां पर और कितना निवेश करना चाहिए |

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