Python Interpreter and program execution in Hindi, पाइथन इंटरप्रेटर तथा प्रोग्राम का एग्जीक्यूशन, Interpreter क्या होता है
इस पोस्ट में हम आपसे पाइथन इंटरप्रेटर तथा पाइथन के प्रोग्राम के एग्जीक्यूशन के बारे में चर्चा करेंगे | तो आइए हम समझते हैं –Python Interpreter and program execution in Hindi
प्रोग्राम क्या होता है ( What is Program)
क्रमवार लिखे हुए इंस्ट्रक्शन के समूह को प्रोग्राम करते हैं, जोकि एक खास कार्य को पूरा करता है| कंप्यूटर प्रोग्राम को किसी भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज केस Syntax (grammer) को अनुसरण कर लिखा जाता है| कंप्यूटर प्रोग्राम को Code भी कहा जाता है | कंप्यूटर प्रोग्राम लिखने की प्रक्रिया को Coding कहा जाता है |
कंप्यूटर प्रोग्राम में बहुत सारे Instruction होते हैं | Instruction एक Command है जो कंप्यूटर को एक खास कार्य करने के लिए दिया जाता है| जब वह Instruction को Run किया जाता है, तब कंप्यूटर कुछ इंस्ट्रक्शन में लिखे गए Command के अनुसार कार्य को निष्पादित करता है|
कंप्यूटर प्रोग्राम को High Level Language में लिखते हैं , जिसे Source Code कहा जाता है | कंप्यूटर एक डिजिटल डिवाइस है जो कि सिर्फ binaray (0 या 1) को ही समझता है| इसलिए हाई लेवल लैंग्वेज में लिखे गए कंप्यूटर प्रोग्राम को बायनरी लैंग्वेज में कन्वर्ट करना पड़ता है| और यह काम Compiler या Interpreter करता है | कंपाइलर या इंटरप्रेटर भी एक तरह का प्रोग्राम ही होता है|
What is Interpreter (Interpreter क्या होता है)
इंटरप्रेटर एक तरह का सॉफ्टवेयर है जो कि हाई लेवल लैंग्वेज में लिखे गए सोर्स कोड को मशीन कोड(बायनरी लैंग्वेज) में बदलता है और फिर इसे एग्जीक्यूट कर आउटपुट प्रदान करता है| इंटरप्रेटर एक बार में सिर्फ एक इंस्ट्रक्शन को बायनरी लैंग्वेज में कन्वर्ट तथा एग्जीक्यूट करता है| इस तरह से यह सोर्स कोड को लाइन बाय लाइन एग्जिट लोड करता है|
पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज में Compiler कथा interpreter दोनों का यूज किया जाता है | पाइथन प्रोग्रामिंग में लिखे गए प्रोग्राम (.py) को कंपाइलर पहले Intermediate लैंग्वेज Byte code (.pyc या .pyo) में बदलता है. फिर इस बाइट कोड को interpreter की मदद से बायनरी लैंग्वेज में बदला जाता है| इंटरप्रेटर बाइट कोड को लाइन बाय लाइन एग्जीक्यूट करता है|
पाइथन के प्रोग्राम के एग्जीक्यूशन को हम चरणबद्ध इस प्रकार से वर्णन कर सकते हैं:-
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- Step 1: सबसे पहले किसी भी Program Editor में पाइथन के प्रोग्राम को लिखते हैं |
- Step 2: प्रोग्राम लिखने के बाद इसे .py एक्सटेंशन लगाकर Save करते हैं |
- Step 3: प्रोग्राम को Save करने के बाद Compile करते हैं|
- Step4 : पाइथन कंपाइलर पूरे Source Code को Read करता है तथा यह चेक करता है कि प्रोग्राम पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के सिंटेक्स के अनुसार लिखा गया है कि नहीं| अगर Syntax के अनुसार कोई Error होता है, तब कंपाइलर ट्रांसलेशन का काम को रोक कर error को दिखाता है | फिर दिखाए गए error को दूर किया जाता है|
- Step 5 : अगर प्रोग्राम में कोई भी error नहीं होता है, तब कंपाइलर इसे इंटरमीडिएट लैंग्वेज (byte code) में बदल देता है| जिसका फाइल एक्सटेंशन .pyc . या .pyo होता है|
- step 6 : अगले चरण में byte code को Python Virtual Machine के पास भेजा जाता है, जो Byte Code को Machine Executable Code में बदल देता है | यही पाइथन वर्चुअल मशीन को Python Interpreter कहा जाता है | अगर इंटरप्रिटेशन के दौरान कोई error उत्पन्न होता है, तब PVM Convertion के काम को रोक कर error डिस्प्ले करता है|
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