बच्चों के भविष्य के लिए निवेश में सावधानियां

आज हर माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए  जीते और मरते है|  बच्चों का  सुनहरे भविष्य  का हर माता-पिता  के लिए एक दायित्व  होता है | उस दायित्व का निर्वहन हर माता-पिता बिना किसी स्वार्थ के पूरा करते हैं | उनके भविष्य को संवारने के लिए हर संभव प्रयत्न करते हैं | इसके लिए वे अपने आय से नियमित बचत कर निवेश करते हैं |पर यहां पर प्रश्न यह है कि अब क्या हर माता-पिता अपने  बच्चों के भविष्य के लिए निवेश हेतु पर्याप्त धन जुटा पाते हैं | क्या उनके मनचाहे कैरियर को बना पाते हैं ? तो इसका उत्तर है नहीं |  कहीं ना कहीं पैसों की कमी से हमें अपने परिस्थितियों  से समझौता करना पड़ता है|

तो क्या कोई ऐसा उपाय है, जिससे हम अपने बच्चों  के भविष्य के लिए पर्याप्त मात्रा में धन जुटा सकते हैं | हां,  अगर हम समय रहते अपने बच्चों के भविष्य के लिए उचित Financial Instrument  में निवेश करें तो, हम अपने बच्चों के भविष्य को  मनचाहे आकार दे सकते हैं | बहुत से अभिभावक इस प्रकार के निवेश करते भी हैं | परंतु ज्यादातर मामले में अभिभावक  जानकारी के अभाव में बच्चों के भविष्य के लिए निवेश नहीं कर पाते  है |

बच्चों के भविष्य के लिए निवेश का उद्देश्य

निम्न उद्देश्य को ध्यान में रखकर बच्चों के भविष्य के लिए निवेश कर सकते हैं|

  1. पढ़ाई के लिए
  2. शादी के लिए
  3.  बालिग होने पर बिजनेस  प्रारंभ करने के लिए
  4.  उच्च शिक्षा  हेतु  विदेश जाने के लिए

निवेश कैसे करें ?

बच्चों के लिए निवेश करते समय हमें कई  कई प्रश्नों का  सही उत्तर  ढूंढ कर ही निवेश करना चाहिए |  जैसे -हमें अपने बच्चों के भविष्य के लिए किस प्रकार का निवेश करना चाहिए ?  निवेश कब करना चाहिए ?  कहां करना चाहिए ?  सबसे बड़ी बात यह में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ?

चुकी यह निवेश बच्चों के भविष्य से जुड़ा है  अतः  निवेश बहुत ही सोच समझ कर तथा अच्छी प्लानिंग के साथ करनी चाहिए | बाजार में निवेश के बहुत सारे विकल्प मौजूद है | जिनमें PPF,  FD, सुकन्या समृद्धि योजना, म्यूच्यूअल फंड  इत्यादि है | तो आइए इस आर्टिकल मैं निवेश करने से पहले किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए| क्या सावधानियां बरतनी चाहिए | इसकी चर्चा करते हैं|

प्राय: देखा जाता है कि माता-पिता बच्चों के लिए निवेश का योजना बनाते समय कुछ गलतियां करते हैं | इसलिए इसके अच्छे परिणाम नहीं आ पाते हैं तथा अपने फाइनेंशियल गोल को नहीं कर प्राप्त कर पाते हैं |  इस आर्टिकल में हम यह बात करेंगे कि निवेश करने से पहले किन-किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए ? क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए ?

निवेश में बरती जाने वाली सावधानियां

  1. महंगाई दर का ध्यान रखना (Inflation Rate) 

2.  जल्दी निवेश करना (Early Investment)

3. टर्म इंश्योरेंस तथा मेडिकल इंश्योरेंस लेना( Must Buy Term and medical Insurance)

4. निवेशको अलग-अलग श्रेणी में रखना (Diversification of investment)

5 . फंड को डायवर्ट नहीं करना (Do not divert fund)

महंगाई दर का ध्यान रखना(Inflation Rate)

 यह किसी को बताने की जरूरत नहीं है कि महंगाई की दर साल दर साल बढ़ती जा रही है | अगर हम बच्चों की शिक्षा के  बात करें तो   दिन प्रतिदिन इसका कॉस्ट बढ़ते जा रहा है|  पहले शिक्षा में competition भी कम था और Cost of Education  भी कम था | परंतु आज competition काफी बढ़ गया है |   Cost of Education  तो हर वर्ष बढ़ते ही जा रहा है |  एक आकलन है कि शिक्षा  दर में 10 से 12  प्रतिशत प्रतिवर्ष बढ़ रहा  है |   अगर   आज कोई कोर्स 8  लाख में होता है, तो 6 वर्ष  के बाद वही कोर्स 16 लाख का हो जाएगा  तथा12  वर्ष बाद 32 लाख का |

 ऐसा नहीं है कि सरकारी कॉलेजों जैसे IIT, NIT   की फीस  कम है | इनकी फीस प्राइवेट कॉलेजों से भी ज्यादा हो चुका है | अब प्रश्न यह है कि एक मध्यमवर्गीय माता-पिता अपने सीमित आय से इसे कैसे पूरा कर पाएंगे| क्या यह संभव है?  तू इस प्रश्न का उत्तर  हां, यह संभव है | परंतु इसके लिए अभिभावक सही समय पर सही मात्रा में एक उचित फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट  में निवेश करना प्रारंभ  कर दे | हमें ऐसे फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना चाहिए जो महंगाई दर को मात दे सकें |  बाजार में महंगाई दर को मात करने वाली  कई Financial Instrument  उपलब्ध है |  इसकी चर्चा  किसी अन्य आर्टिकल में करेंगे |  

जल्दी निवेश करना(Early Investment)

 हर अभिभावक को अपने बच्चों के भविष्य की प्लानिंग करते समय एक  वित्तीय लक्ष्य (Financial Goal ) को सेट करना होगा|  मसलन उन्हें कितने समय बाद,  कितने पैसे की आवश्यकता होगी | यह सब निर्भर करता है कि वह अपने बच्चों को किस प्रकार  की पढ़ाई  कराना चाहते हैं  अथवा उनकी शादी में कितना पैसा खर्च करना चाहते हैं इत्यादि |

फाइनेंसियल  लक्ष्य सेट करने के बाद यह देखना होता है, कि इस  लक्ष को प्राप्त करने  के लिए हमारे पास कितना समय है  और हम कितनी मात्रा में निवेश कर सकते हैं |  हमें जोखिम लेने की कितनी क्षमता है |  इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर अब एक उचित Financial Instrument   का चुनाव करते हैं |  इसके लिए हम अगर किसी फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह लें तो ज्यादा बेहतर है |  वह हमारी जोखिम लेने की क्षमता तथा हमारे पास उपलब्ध समय के अनुसार उचित फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट का चुनाव करते हैं |

अगर हम  जल्दी  निवेश करते हैं | तो हम अपने फाइनेंसियल   लक्ष को Power of Compounding  के माध्यम से आसानी से प्राप्त कर सकते हैं | उदाहरण के लिए अगर किसी  कोई अभिभावक अपने बच्चे के भविष्य के लिए ₹10000 प्रति मास  एक इक्विटी म्यूचुअल फंड में निवेश करता है | जहां पर हम यह मानकर चलते हैं की लंबे समय में इक्विटी फंड कम से कम 15 परसेंट का रिटर्न देगा | अब अलग-अलग समय अंतराल के लिए रिटर्न की गणना करते है :-

SIP AmountDurationRate of ReturnTotal Amount InvestedTotal Amount Return
1000010 year15 %12,00,00027,86,574
1000012 year15%14,40,00040,35,848
1000015 year15%18,00,00067,68,632
1000018 years15%21,60,0001,10,42,554
1000020 years15%24,00,0001,51,59,554

ऊपर के टेबल में स्पष्ट देखा जा सकता है, कि हम अपने निवेश को जितना ज्यादा समय दे रहे हैं| उतना ही ज्यादा रिटर्न हमें प्राप्त हो रहा है |  यह power of  compounding over long time का जादू है| अतः हमें जल्दी निवेश आरंभ करना चाहिए| निवेश में देरी न केवल हमें कम कॉरपस प्रदान करता है | बल्कि  हमारे फाइनेंसियल गोल को भी प्रभावित करता है |

टर्म इंश्योरेंस तथा मेडिकल इंश्योरेंस लेना( Must Buy Term and medical Insurance)

तो चलिए हमने उचित समय पर उचित मात्रा में एक उचित फाइनेंशियल इंस्ट्रूमेंट में निवेश करना प्रारंभ  कर दिया | परंतु अगर कोई और अनहोनी हो जाती है| तो हमारा सारा प्लानिंग धरा का धरा रह जाता है |

इसलिए हर माता-पिता को एक उचित रकम का  Term Insurance Plan लेना बहुत जरूरी है|  इससे माता-पिता में से किसी एक की मृत्यु से बच्चों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान होती है |  हम यहां पर Pure Term Insurance   की बात कर रहे हैं | जिसमें हमें जीवित रहते तो कोई रकम नहीं मिलती है | परंतु मृत्यु की स्थिति में बच्चों को आर्थिक सुरक्षा मिलता है | इस प्रकार बच्चों के लिए किए गए निवेश की योजनाएं भी प्रभावित नहीं होती  है | Term Insurance सिर्फ  परिवार के इनकम करने वाले सदस्य का होता है |

 दूसरे प्रकार की इंश्योरेंस की बात करें, तो वह मेडिकल इंश्योरेंस है|  मेडिकल इंश्योरेंस परिवार के सभी सदस्यों का होता है | अगर कोई आपात स्थिति में परिवार के किसी सदस्य को अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है | तो  घर की सारी जमा पूंजी अस्पताल को दे देना पड़ता है |  यह आप की बचत पर काफी प्रभाव डालता है| आपके निवेश योजनाओं को भी बाधित करता है| इन योजनाओं में से रकम निकालना पड़ता है | इसलिए अपने पूरे परिवार के लिए एक उचित रकम का मेडिकल इंश्योरेंस जरूर करवाएं | टर्म इंश्योरेंस तथा मेडिकल इंश्योरेंस अपने वित्तीय सलाहकार के मदद से ले सकते हैं |

निवेश को अलग-अलग श्रेणी में रखना (Diversification of investment)

अंग्रेजी में एक कहावत है- Don’t put all egg in one basket.   अर्थात अपने  संपूर्ण  निवेश  को एक ही प्रकार के फाइनेंसियल इंस्ट्रूमेंट में नहीं निवेश करना चाहिए|  इससे निवेश के साथ जुड़ा जोखिम बढ़ जाता है तथा रिटर्न भी प्रभावित होता है | अतः दीर्घकालिकअच्छा रिटर्न प्राप्त करने के लिए डायवर्सिफिकेशन जरूरी है| एक अच्छे वित्तीय सलाहकार के मदद से डायवर्सिफिकेशन आप कर सकते हैं | जैसे कम से कम 60-65 % भाग इक्विटी से संबंधित इंस्ट्रूमेंट में तथा 30- 40% भाग को PPF, Debt या सोना में इन्वेस्ट करना चाहिए | इससे आपका निवेश संतुलित तथा डायवर्सिफाई होगा, जिससे जोखिम कम हो जाता है|

फंड को डायवर्ट नहीं करना (Do not divert fund)

कभी-कभी अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है| जिससे माता-पिता गलतियां कर बैठते हैं | जब आपका खास लक्ष्य के लिए किया गया निवेश  का उपयोग किसी अन्य लक्ष्य की पूर्ति के लिए  किया जाता है, तो इसे फंड का डायवर्जन कहते हैं |  फंड को डाइवर्ट करने से आप अपने वित्तीय लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाते  है| बच्चों के लिए किया गया निवेश का लक्ष्य की वरीयता किसी अन्य  लक्ष्य की  वरीयता से कम नहीं होती है | अतः बच्चों के लिए किया गया निवेश का उपयोग अचानक उत्पन्न होने वाली उन जरूरतों में ना करें|

इस आर्टिकल में हमने यह सीखा की हमें अपने बच्चों के भविष्य के लिए निवेश क्यों करना चाहिए| निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए| आशा करते हैं, हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा | अगले आर्टिकल में हम बच्चों के लिए कुछ खास योजनाओं के बारे में चर्चा करेंगे | जिससे आपको अपने निवेश के लिए अच्छा इंस्ट्रूमेंट का चुनाव करने में सहायता मिलेगी|  अगर  यह पोस्ट पसंद आया तो इसे शेयर करना मत भूलें |

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